
सीतापुर जनपद
इमलिया सुल्तानपुर ओवर ब्रिज पर शनिवार हुई दिनदहाड़े पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की हत्या तमाम ज्वलंत प्रश्नों को जन्म दे रही है जो निरंकुश तथा बेखौफ अपराधियों का दबदबा स्वयं बखान कर रही है रात दिन अपराध पर नियंत्रण करने की घोषणा करने वाली योगी आदित्यनाथ की सरकार इस हत्या पर जुड़े सभी लोगों तक पहुंच पाएगी इस पर सभी की निगाहें हैं यह एक ऐसी वारदात है जो सरकार के तमाम दावों को खोकला सिद्ध कर रही है एक योजना बंद तरीके से फोन आता है पत्रकार घर से सीतापुर चलता है हेमपुर के निकट उसकी हत्या हो जाती है और हत्यारे घटना करके फरार हो जाते हैं इसके पीछे कौन ताकतवर नेता है माफिया है बिना मजबूत संरक्षण के इस तरह की घटना नहीं हो सकती और ना ही किसी माफिया की अपराधी की इतनी हिम्मत होती
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पत्रकार हत्याकांड की सीबीआई जांच करवा दे तो तमाम सफेदपोश अपराधी बेनकाब हो सकते हैं तथा इतना दुस्साहस करने वाले कानून के शिकंजे में आ जाएंगे मुख्यमंत्री को युवा पत्रकार के परिवारी जनों को आर्थिक सहायता के साथ सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देना होगा यह सीतापुर की ऐसी घटना है जिसके दूरगामी परिणाम निकलेंगे सीबीआई जांच पर राघवेंद्र के परिवार को न्याय भी मिल जाएगा जिसके लिए तमाम पत्रकार आक्रोशित होकर लामबंद हो रहे हैंतीर्थ स्थल नैमिषारण्य में पत्रकार साथी का अंतिम संस्कार किया गयापुलिस के आला अधिकारी भी मौजूद रहे।