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दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका पर फिर भड़के उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग

उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन ने दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका पर एक बार फिर अपना गुस्सा निकाला है। किम ने कहा ये देश उत्तर कोरिया को कमजोर करने के लिए अपनी सैन्य साझेदारी बढ़ा रहे हैं। ऐसे में उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को मजबूत करेगा ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके। उत्तर कोरिया की साउथ कोरिया, अमेरिका और जापान से तनातनी नई नहीं है लेकिन किम का मौजूदा बयान अहम है। ये बयान ऐसे समय आया है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया के साथ संबंध सुधारने के संकेत दिए हैं।
किम जोंग उन ने अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के बीच सैन्य सहयोग की निंदा करते हुए इसे क्षेत्रीय तनाव बढ़ाने वाला बताया है। उत्तर कोरियाई मीडिया के अनुसार, किम ने कहा कि अमेरिका की ओर से परमाणु हथियारों की तैनाती, साझा युद्ध अभ्यास और जापान-दक्षिण कोरिया के सैन्य सहयोग से क्षेत्र में सैन्य संतुलन बिगड़ रहा है। यह हमारी सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। ऐसे में हम इसके जवाब में वह सभी संभावित कदम उठाएंगे। इन कदमों में परमाणु क्षमता का विस्तार भी शामिल है।
हम तनाव नहीं चाहते लेकिन… 
किम जोंग उन ने कहा उनका देश क्षेत्रीय तनाव नहीं चाहता है लेकिन क्षेत्रीय सैन्य संतुलन सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाना जरूरी है। किम ने मॉस्को को समर्थन पर कहा कि हमारी सेना और लोग रूस की संप्रभुता, सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए रूसी सेना और लोगों के न्यायसंगत कारण का समर्थन करेंगे।
किम जोंग उन की यह टिप्पणी अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के बढ़ते सैन्य सहयोग के बीच आई है। इन मुल्कों कहना है कि यह सहयोग उत्तर कोरिया के बढ़ते परमाणु खतरे के जवाब में किया जा रहा है। दूसरी ओर किम का कहना है कि इस गठबंधन से क्षेत्रीय शांति को खतरा बताया है। इसलिए वह अपने परमाणु कार्यक्रम को मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को जापानी प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा के साथ बैठक के बाद कहा था कि उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर वह चिंता है। इसके बावजूद वह उत्तर कोरिया के साथ संबंध बनाए रखेंगे। हालांकि अब किम ने आक्रामक रुख दिखाया है। ऐसे में आने वाले समय में दोनों देशों के रुख पर काफी कुछ निर्भर करेगा।

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