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बांग्लादेश: सेना प्रमुख जनरल वकार ने कहा, देश को स्वस्थ और स्थिर देखना चाहते हैं

बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां ने कहा है कि वह देश को स्वस्थ और स्थिर देखना चाहते हैं। ढाका इंटरनेशनल मैराथन में शामिल हुए जनरल वकार ने कहा कि मजबूत और स्वस्थ आबादी देश के लिए बहुत फायदेमंद होगी। ऐसे में देशभर में मैराथन को बढ़ावा देने की जरूरत है ताकि एक समाज स्वस्थ समाज बन सके। जनरल वकार का ये बयान ऐसे समय आया है, जब बंग्लादेश में भारी राजनीतिक उथलपुथल मची है। देश की राजधानी ढाका में हाल ही में बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबरर्हमान के घर को भी भीड़ ने गिरा दिया है। इसे आर्मी चीफ की ओर से मोहम्मद यूनुस सरकार के लिए संदेश की तरह देखा जा रहा है।
ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक, बांग्लादेश सेना प्रमुख ने मैराथन के पुरस्कार वितरण समारोह में बोलते हुए अपने भाषण को खेल, फिटनेस और युवाओं पर ज्यादा सीमित रखा। हालांकि उन्होंने अप्रत्यक्ष तौर पर देश में स्थायित्व की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने इशारा किया कि लगातार उथलपुथल देश के लिए अच्छी नहीं और इससे युवाओं पर खराब असर होता है। ढाका में हुए इस मैराथन में 10 देशों के 10,000 धावकों ने हिस्सा लिया। यह देश का सबसे बड़ा मैराथन है, जिसे ढाका इंटरनेशनल मैराथन 2025 नाम दिया गया।
बांग्लादेश में स्थिरता पर जोर दे रहे वकार
बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार उज जमां ने बीते महीने देश में शांति और स्थिरता की अपील की थी। प्रथोमालो को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि हम एक शांतिपूर्ण वातावरण चाहते हैं। बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक विकास के लिए शांति और स्थिरता महत्वपूर्ण है। इसके बिना कोई विकास या सुशासन नहीं हो सकता है। इसलिए हमें आपस में सहिष्णुता बहाल करने की जरूरत है। सुलह की तरफ बढ़ते हुए राष्ट्रीय सहमति का माहौल बनाना होगा।
जनरल वकार का भारत से संबंधों पर कहना है कि ढाका के लिए नई दिल्ली महत्वपूर्ण पड़ोसी है। हम कई मायनों में भारत पर निर्भर हैं तो भारत भी हमसे सुविधाएं लेता है। दोनों ही पक्ष अपनी सुरक्षा आवश्यकताओं, आर्थिक गतिविधियों और दूसरी जरूरतों के लिए एक-दूसरे पर निर्भर हैं। ऐसे में दोनों देशों को अच्छे संबंध रखते हुए आगे बढ़ना होगा।
बांग्लादेश सेना प्रमुख ने भारत को भरोसा देने की कोशिश करते हुए कहा है कि हम अपने किसी पड़ोसी देश के साथ ऐसा कुछ नहीं करेंगे जो उनके रणनीतिक हितों के खिलाफ हो। साथ ही हम भी ये उम्मीद करेंगे कि हमारा पड़ोसी ऐसा कुछ ना करे जो हमारे हितों के विपरीत हो। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को एक-दूसरे के हितों का ध्यान रखना चाहिए।

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