अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट के खिलाफ प्रतिबंध लगाए

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक एग्ज़ीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए हैं. इसके तहत इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट के खिलाफ प्रतिबंध लगाए गए हैं.
दरअसल, इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट पर अमेरिका और उसके सहयोगी इसराइल के खिलाफ अनुचित और आधारहीन कार्रवाई करने का आरोप लगाया गया है.
इस आदेश के तहत आईसीसी के अधिकारियों और उनके परिवार के अलावा अदालत की जांच में सहयोग करने वाले व्यक्ति के खिलाफ आर्थिक और वीज़ा प्रतिबंध लगाए गए हैं.
इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू की वॉशिंगटन यात्रा के दौरान ट्रंप ने इस आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं.
नवंबर 2024 में इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के खिलाफ गिरफ़्तारी वारंट जारी किया था.
आईसीसी ने नेतन्याहू पर गाजा में कथित युद्ध अपराध का आरोप लगाया था, जिसे इसराइल ने नकार दिया था. आईसीसी ने हमास कमांडर के खिलाफ भी वारंट जारी किया था.
ICC ने किया विरोध
इस बीच हेग स्थित अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICC) ने शुक्रवार को ट्रंप द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का विरोध किया. आईसीसी ने कहा कि यह कदम न्यायालय के स्वतंत्र और निष्पक्ष कामकाज को नुकसान पहुंचाने का प्रयास है.
मामले में हेग स्थित अंतर्राष्ट्रीय अदालत ने इस आदेश की निंदा करते हुए कहा कि वह अपने कर्मियों के साथ खड़ी रहेगी और दुनिया भर में पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए अपनी कार्यवाही जारी रखेगी. अदालत ने एक बयान में कहा कि हम अपने 125 सदस्य देशों, नागरिक समाज और दुनिया के सभी देशों से न्याय और मानवाधिकारों के लिए एकजुट होने का आह्वान करते हैं.
मानवाधिकार समूहों ने भी की इस फैसला की आलोचना
मानवाधिकार समूहों ने भी इस फैसले की आलोचना की है. ह्यूमन राइट्स वॉच की अंतर्राष्ट्रीय न्याय निदेशक लिज़ इवेनसन ने कहा कि अमेरिकी प्रतिबंध आईसीसी अधिकारियों के खिलाफ नहीं, बल्कि उन लोगों के खिलाफ हैं जो मानवाधिकार उल्लंघनकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराने का काम कर रहे हैं. उन्होंने ट्रंपके कदम को रूस की नीतियों से तुलना करते हुए कहा कि रूस ने भी अदालत के काम में हस्तक्षेप करने की कोशिश की है.